मोर पंख
सिर मुकुट सजा मोर पंख श्याम सांवरे का मेघ वर्ण प्रिय लता कुञ्ज बंसीधर राधा ध्वनि गूंजे वृन्दावन पवित्रता का प्रतीक पंख आदिवासी का आभूषण अंश मेघा छाये घनघोर मोर थिरक-थिरक नाचे पंख फैलाये चहुंओर प्रिय बरसाए प्रेम बारिश राधा-कृष्ण चितचोर तुलसी वाल्मीकि कालीदास महाभारत के रचनाकार कर धरे मोर पंख वेदव्यास। (२७/८/२०१३ ,दिल्ली ) मुन्ना साह