कनेर

कनेर कोई वृक्ष नहीं विशाल
पतले-पतले डाल
लंबी-लंबी पतियां
पुष्प खिलते सूर्ख लाल
बहुत सारे फूलों में
देखा होगा आपने भी इन्हें
जैसे भीड़ में आपने देखा था
किसी ख़ास व्यक्ति को
और पहचान न सके!
शायद वैसे ही आपने
खोया अपनी पहचान
और भीड़ में गुम हो गए!
कनेर भीड़ का हिस्सा नहीं
एक फूल है
प्रकृति ने जिसमें रंग भरे
और गुण भी!
किसी की अनभिज्ञता से
किसी के अस्तित्व पर फ़र्क़ नहीं पड़ता
ठीक वैसे ही कनेर को!











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